हैदराबाद का नेहरू जू (Nehru Zoo) : अब देश का सबसे बड़ा एक्वेरियम भी यहीं बनेगा

Nehru Zoo यानी हैदराबाद का नेहरू जूलॉजिकल पार्क जल्द ही एक नए रूप में नजर आएगा। अब यह सिर्फ एक चिड़ियाघर नहीं रहेगा, बल्कि भारत का अगला मेगा एक्वेरियम भी यहीं बनने जा रहा है। इस नए प्रोजेक्ट से न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि लोगों को समुद्री जीवों के संरक्षण के महत्व को समझने का मौका भी मिलेगा।

Nehru Zoo

नेहरू जू हैदराबाद: एक नजर में जानकारी

विशेषताविवरण
स्थाननेहरू जूलॉजिकल पार्क, बहादुरपुरा, हैदराबाद
नया प्रोजेक्टमेगा एक्वेरियम
अनुमानित लागत₹50 करोड़
शामिल प्रजातियाँ350 से अधिक समुद्री और ताजे पानी की मछलियाँ
विशेष फीचरटनल टैंक, रिफ टैंक, टच पूल, इंटरएक्टिव गैलरी
उद्देश्यशिक्षा, संरक्षण, पर्यटन, जागरूकता
संभावित उद्घाटनअगले 12–18 महीनों में

एक्वेरियम क्यों है खास?

यह एक्वेरियम पारंपरिक एक्वेरियम से बिलकुल अलग होगा। इसमें होंगे:

  • अंडरवाटर व्यू टनल, जिसमें लोग पानी के अंदर चलने जैसा अनुभव कर सकेंगे
  • टच पूल, जहां बच्चे कुछ प्रजातियों को छूकर अनुभव ले सकेंगे
  • शैक्षिक डिस्प्ले, जिनमें AR और VR तकनीक का प्रयोग किया जाएगा
  • इको-फ्रेंडली वॉटर सिस्टम, जिससे पानी का दोबारा इस्तेमाल किया जाएगा

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शिक्षा और जागरूकता का केंद्र बनेगा

Nehru Zoo अब केवल देखने की जगह नहीं रहेगा, बल्कि यह एक एजुकेशनल हब भी बनेगा। स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट्स के लिए विशेष टूर, वर्कशॉप्स और डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग आयोजित की जाएंगी। इससे बच्चों और युवाओं में समुद्री जैव विविधता को लेकर जागरूकता बढ़ेगी।

हैदराबाद पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

हैदराबाद पहले से ही चारमीनार, रामोजी फिल्म सिटी और हुसैन सागर जैसे आकर्षणों के लिए जाना जाता है। नेहरू जू में बन रहा मेगा एक्वेरियम शहर को एक नई पहचान देगा और हर उम्र के पर्यटकों को आकर्षित करेगा।

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निष्कर्ष: Nehru Zoo में आ रहा है परिवर्तन

Nehru Zoo का यह नया मेगा एक्वेरियम सिर्फ एक नया टूरिस्ट स्पॉट नहीं है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संरक्षण का संदेश है। जैसे-जैसे पर्यावरणीय समस्याएं बढ़ रही हैं, ऐसे प्रोजेक्ट न सिर्फ मनोरंजन बल्कि जागरूकता और संवेदनशीलता भी बढ़ाते हैं।