
Gautala national park : (Gautala Autramghat Wildlife Sanctuary) महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद और जलगांव जिलों की सीमा पर फैला हुआ एक अद्भुत प्राकृतिक स्थल है। 1986 में स्थापित यह अभयारण्य न सिर्फ जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह ट्रेकिंग, बर्ड वॉचिंग और शांति से भरपूर प्राकृतिक अनुभवों के लिए भी जाना जाता है।
Gautala national park की विशेषताएं
- स्थान: औरंगाबाद व जलगांव जिले के बीच
- क्षेत्रफल: लगभग 260 वर्ग किलोमीटर
- स्थापना वर्ष: 1986
- प्रसिद्धि: दुर्लभ वन्यजीव, पक्षी प्रजातियाँ, झरने, गुफाएँ और ऐतिहासिक स्थल
यहाँ पाए जाने वाले प्रमुख वन्यजीव
गौताला अभयारण्य में अनेक प्रकार के जीव-जंतु पाए जाते हैं, जो इसे जैव विविधता की दृष्टि से समृद्ध बनाते हैं:
श्रेणी | नाम |
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स्तनधारी | तेंदुआ, नीलगाय, सांभर, चिंकारा, लोमड़ी |
पक्षी | मोर, तोता, किंगफिशर, चील, उल्लू |
सरीसृप | कोबरा, करैत, मॉनिटर लिज़र्ड |
अन्य जीव | जंगली बिल्ली, साही, नेवला |
गौताला अभयारण्य कैसे पहुंचे?
माध्यम | विवरण |
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निकटतम शहर | औरंगाबाद (60 किमी), जलगांव (70 किमी) |
रेलवे स्टेशन | औरंगाबाद जंक्शन, जलगांव रेलवे स्टेशन |
हवाई अड्डा | औरंगाबाद एयरपोर्ट |
सड़क मार्ग | राज्य परिवहन बसें और टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है |
घूमने के मुख्य स्थान
- Antur Fort (अंतूर किला): अभयारण्य के अंदर स्थित एक प्राचीन मराठा किला
- Suryamal Peak: ट्रेकिंग के लिए लोकप्रिय ऊँचाई
- गुफाएं और झरने: मानसून में बेहद आकर्षक
- बर्ड वॉचिंग पॉइंट: सुबह के समय दुर्लभ पक्षी देखने का बेहतरीन अवसर
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घूमने का सर्वोत्तम समय
- अक्टूबर से मार्च: यह समय मौसम के लिहाज़ से सबसे अनुकूल है।
- मानसून (जुलाई – सितंबर): झरनों और हरियाली का असली आनंद।
रहने की सुविधा
गौताला के पास कई बजट और मध्यम वर्ग के होटल, गेस्ट हाउस और MTDC लॉज उपलब्ध हैं। अगर आप नेचर कैंपिंग का अनुभव लेना चाहते हैं, तो कुछ स्थानों पर स्थानीय गाइड के साथ टेंटिंग की सुविधा भी मिलती है।
उपयोगी सुझाव
- ट्रेकिंग के लिए ट्रेकिंग शूज़ ज़रूरी है।
- अभयारण्य में गाइड के साथ प्रवेश करना अच्छा विकल्प है।
- कैमरा और बिनोक्युलर साथ रखें – पक्षियों की झलक मिस न करें।
- अपने साथ प्लास्टिक और कचरा न छोड़ें – प्रकृति को स्वच्छ रखें।
निष्कर्ष
गौताला राष्ट्रीय उद्यान महाराष्ट्र के सबसे कम ज्ञात लेकिन सबसे खूबसूरत अभयारण्यों में से एक है। यहाँ की शांति, प्रकृति की गोद, दुर्लभ जीवों की उपस्थिति और रोमांच से भरा ट्रेकिंग अनुभव – यह सब मिलकर इस स्थान को एक आदर्श प्रकृति पर्यटन स्थल बना देता है। यदि आप वनों से प्रेम करते हैं या किसी शांत स्थान की तलाश में हैं, तो गौताला एक बार जरूर जाएं।
अब देर न करें – अपनी अगली यात्रा की योजना बनाएं और महाराष्ट्र के इस अनछुए रत्न को नज़दीक से जानें!