Bannerghatta National Park

बेंगलुरु के Bannerghatta National Park को निशाना बना रहे फर्जी टिकट वेबसाइट, मैनेजमेंट ने जारी की चेतावनी

बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में स्थित मशहूर Bannerghatta National Park (बैंग्लुरु का बनरघट्टा नेशनल पार्क) एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह चिंताजनक है। पार्क प्रशासन ने पब्लिक अलर्ट जारी किया है। इसके पीछे कारण है एक फर्जी वेबसाइट, जो खुद को पार्क की आधिकारिक टिकट बुकिंग साइट बताकर लोगों को धोखा दे रही थी।

पार्क प्रबंधन ने साफ किया है कि सिर्फ और सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट www.bannerughattabiopark.org पर ही सफारी, जू और बटरफ्लाई पार्क की टिकट बुक की जा सकती है। अन्य किसी भी वेबसाइट या थर्ड पार्टी लिंक से बुकिंग करना पूरी तरह गलत है और इससे न केवल आर्थिक नुकसान हो सकता है, बल्कि व्यक्तिगत डेटा चोरी और नकली टिकट मिलने का भी खतरा है।

कैसे हुआ फर्जी वेबसाइट का खुलासा

Bannerghatta National Park में हर साल लाखों लोग घूमने आते हैं। यहाँ का सफारी, चिड़ियाघर और बटरफ्लाई पार्क बच्चों और बड़ों दोनों के बीच बेहद लोकप्रिय है। इसी लोकप्रियता का फायदा उठाते हुए कुछ साइबर ठगों ने एक फर्जी वेबसाइट तैयार कर दी। यह साइट देखने में बिल्कुल असली जैसी लगती थी और दावा करती थी कि यहां से आप ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं।

जब कई आगंतुकों ने टिकट बुकिंग संबंधी शिकायतें कीं, तो पार्क प्रशासन को शक हुआ और तुरंत जांच शुरू की गई। जांच में साफ हो गया कि वह वेबसाइट नकली है और उसका पार्क से कोई संबंध नहीं है।

पार्क प्रबंधन की चेतावनी

इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सूर्य सेन ए.वी., कार्यकारी निदेशक, Bannerghatta Biological Park, ने कहा –
“हम जनता से अनुरोध करते हैं कि सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध वेबसाइट या लिंक की जानकारी तुरंत हमारे अधिकारियों को दें। टिकट बुकिंग केवल आधिकारिक वेबसाइट से ही करें। किसी भी अन्य लिंक पर क्लिक करने से बचें।”

प्रबंधन ने लोगों से यह भी अपील की है कि भुगतान करने से पहले हमेशा वेबसाइट के URL को ध्यान से चेक करें।

पुलिस और साइबर सेल की मदद

Bannerghatta National Park प्रशासन ने इस धोखाधड़ी को गंभीरता से लेते हुए तुरंत पुलिस और साइबर अपराध शाखा से संपर्क किया है। अधिकारियों का कहना है कि फर्जी वेबसाइट बनाने वालों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

आज के डिजिटल युग में इस तरह की घटनाएं आम होती जा रही हैं। साइबर ठग लोकप्रिय स्थानों और सेवाओं को टारगेट करते हैं क्योंकि लोगों का भरोसा आसानी से जीतना उनके लिए आसान होता है। लेकिन इस मामले में प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर आगंतुकों को सतर्क कर दिया है।

क्यों जरूरी है सावधानी बरतना?

Bannerghatta National Park न केवल बेंगलुरु बल्कि पूरे देश का एक बड़ा पर्यटन और वन्यजीव संरक्षण केंद्र है। यहां रोजाना हजारों लोग आते हैं। ऐसे में यदि फर्जी वेबसाइट के जाल में फंसकर लोग नकली टिकट खरीदते हैं, तो:

  1. आर्थिक नुकसान – ऑनलाइन पेमेंट करने के बाद टिकट अमान्य हो सकता है।
  2. व्यक्तिगत जानकारी की चोरी – ठग कार्ड डिटेल्स और अन्य संवेदनशील डेटा चुरा सकते हैं।
  3. यात्रा में परेशानी – नकली टिकट लेकर पहुंचने वाले लोगों को प्रवेश नहीं मिलेगा।
  4. साइबर अपराध को बढ़ावा – फर्जी वेबसाइटों का इस्तेमाल बड़े स्तर पर ठगी के लिए किया जा सकता है।

आगंतुकों के लिए जरूरी सुझाव

Bannerghatta National Park प्रशासन ने आगंतुकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए कुछ जरूरी गाइडलाइन जारी की हैं:

  • टिकट बुकिंग के लिए हमेशा सिर्फ www.bannerughattabiopark.org वेबसाइट का ही उपयोग करें।
  • किसी अनजान लिंक या विज्ञापन पर क्लिक करके भुगतान न करें।
  • अगर कोई संदिग्ध वेबसाइट दिखे तो तुरंत उसकी जानकारी पार्क प्रबंधन या पुलिस को दें।
  • बुकिंग करते समय URL को ध्यान से देखें और सुनिश्चित करें कि वह HTTPS से शुरू हो रहा हो।
  • किसी भी तीसरे पक्ष (थर्ड पार्टी एजेंट) पर भरोसा न करें।

Bannerghatta National Park क्यों है खास?

बेंगलुरु का Bannerghatta National Park दक्षिण भारत का एक प्रसिद्ध वन्यजीव गंतव्य है। यहां सफारी टूर के दौरान शेर, बाघ, हाथी और भालू जैसे जंगली जानवरों को करीब से देखने का मौका मिलता है। साथ ही यह पार्क अपने बटरफ्लाई पार्क और रेस्क्यू सेंटर के लिए भी जाना जाता है।

यहाँ आने वाले पर्यटक न केवल प्रकृति का आनंद उठाते हैं बल्कि वन्यजीव संरक्षण के महत्व को भी समझते हैं। ऐसे में अगर फर्जी वेबसाइटें सक्रिय हों, तो यह न केवल लोगों के अनुभव को खराब करती हैं बल्कि पार्क की छवि और सुरक्षा पर भी नकारात्मक असर डालती हैं।

साइबर सुरक्षा की बड़ी चुनौती

यह घटना सिर्फ Bannerghatta National Park तक सीमित नहीं है। देशभर के कई लोकप्रिय पर्यटन स्थलों को इस तरह की ऑनलाइन ठगी का सामना करना पड़ता है। ट्रैवल एजेंसियां, होटल बुकिंग साइट्स और इवेंट टिकटिंग प्लेटफॉर्म्स अक्सर साइबर अपराधियों के निशाने पर रहते हैं।

इसलिए आम लोगों को सतर्क रहना बेहद जरूरी है। थोड़ी सी जागरूकता से बड़ी धोखाधड़ी से बचा जा सकता है।

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निष्कर्ष

Bannerghatta National Park प्रशासन का यह कदम सराहनीय है कि उन्होंने तुरंत जनता को चेतावनी जारी कर दी। यह मामला दिखाता है कि ऑनलाइन टिकट बुकिंग करते समय सतर्कता कितनी जरूरी है।

पार्क ने स्पष्ट कर दिया है कि केवल उनकी आधिकारिक वेबसाइट से ही टिकट बुक करें। आगंतुकों को भी चाहिए कि वे सजग रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें।

इस तरह जनता और प्रशासन के सहयोग से ही ऐसे साइबर अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है और Bannerghatta National Park जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों की सुरक्षा और विश्वसनीयता बनाए रखी जा सकती है।

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