आज चांद कब निकलेगा कितने बजे यह सवाल हर शाम उन लोगों के मन में आता है जो चंद्रमा की खूबसूरती देखना चाहते हैं या धार्मिक व्रत के लिए इंतजार कर रहे हैं। भारत के प्रमुख शहरों में चांद शाम के आसपास निकलता है। यह जानकारी खगोलीय गणनाओं पर आधारित है, जो मौसम विभाग और ज्योतिष स्रोतों से ली गई है। आइए, जानते हैं विस्तार से।
आज चांद कब निकलेगा
चंद्रोदय का समय धरती की स्थिति और चंद्रमा की दूरी पर निर्भर करता है। 22 अक्टूबर 2025 को कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या के बाद प्रतिपदा तिथि है, इसलिए चांद पतला होता है और पूर्व दिशा से निकलता है। यहां कुछ बड़े शहरों के अनुमानित समय दिए गए हैं:
- दिल्ली: शाम 6:35 बजे के आसपास। नई दिल्ली में सूर्यास्त के बाद जल्दी दिखाई दे सकता है।
- मुंबई: शाम 6:55 बजे। महाराष्ट्र में समुद्री हवा के कारण थोड़ा विलंब हो सकता है।
- कोलकाता: शाम 6:25 बजे। पूर्वी भारत में चांद जल्दी उदय होता है।
- चेन्नई: शाम 6:35 बजे। दक्षिण भारत में मौसम साफ होने पर स्पष्ट दृश्य मिलेगा।
- बेंगलुरु: शाम 6:40 बजे।
चांद निकलने का समय क्यों बदलता रहता है?
चंद्रोदय समय हर दिन 50 मिनट के आसपास आगे बढ़ता है क्योंकि चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर 27 दिनों में चक्कर लगाता है। पूर्णिमा पर चांद रात में देर से निकलता है, जबकि अमावस्या के पास सुबह-सुबह। 21 अक्टूबर को चंद्रमा की कलाएं बढ़ रही हैं, इसलिए यह सूर्यास्त के ठीक बाद दिखेगा। मौसम का असर भी पड़ता है – बादल छाए तो दृश्य मुश्किल हो जाता है। वैज्ञानिक रूप से, यह सूर्य-चंद्रमा के कोण पर निर्भर करता है।
चांद से जुड़े रोचक तथ्य जो आपको हैरान कर देंगे
चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है, जो 3,84,000 किलोमीटर दूर है। यह समुद्र की लहरों को प्रभावित करता है, जिसे ज्वार-भाटा कहते हैं। पूर्ण चंद्रमा पर ‘सुपरमून’ होता है, जब यह बड़ा दिखता है। 2025 में अक्टूबर में एक सुपरमून की उम्मीद है। क्या आप जानते हैं, चांद पर पानी के अणु पाए गए हैं? चांद निकलने की तारीख हर महीने बदलती है, जो पंचांग तय करता है। ये तथ्य बच्चों को बताकर आप शाम को मजेदार बना सकते हैं।
निष्कर्ष
आज चांद कब निकलेगा कितने बजे यह जानना सिर्फ समय नहीं, बल्कि प्रकृति से जुड़ाव है। चाहे धार्मिक हो या वैज्ञानिक, चंद्रमा हमें शांति देता है। शाम को बाहर निकलें, परिवार के साथ बातें करें। अगर मौसम खराब हो, तो कल ट्राई करें। जीवन छोटी-छोटी खुशियों से सुंदर बनता है। अधिक जानकारी के लिए कमेंट करें!

